गुरुग्राम के अलग-अलग इलाकों में जाकर बिल्डर फ्लोर, अपार्टमेंट और नई प्रॉपर्टी की जानकारी इकट्ठा करना। प्रॉपर्टी मालिक या बिल्डर से बात करके सही डेटा लेना (जैसे प्राइस, साइज, लोकेशन, संपर्क नंबर आदि)। मोबाइल ऐप या गूगल शीट में डेटा एंट्री करना। फोटो और बेसिक डिटेल्स को ऑन-फील्ड ही अपडेट करना। टीम को रोज़ाना रिपोर्ट देना कि कौन-कौन सी प्रॉपर्टी विजिट की गई।