🔹 1. बहुविध विधिक विशेषज्ञता (Multi-Specialized Legal Expertise)LSO LEGAL के विविध सेवा क्षेत्रों में कार्य करने हेतु अधिवक्ता में निम्न विशिष्टताओं का होना अनिवार्य है: ◼ जमानत प्रकरणों (Bail Matters)नियमित एवं अग्रिम जमानत याचिकाओं का त्वरित प्रारूपण एवं प्रस्तुतिकरण। NDPS, POCSO, 302, 420, 376, 498A जैसे संवेदनशील अपराधों में जमानत हेतु सुप्रीम कोर्ट एवं हाईकोर्ट के नवीनतम निर्णयों की जानकारी। ◼ कोर्ट मैरिज / प्रेम विवाह (Court Marriage & Love Marriage Legalization)विशेष विवाह अधिनियम, 1954 की पूरी जानकारी। अभिभावकों की आपत्ति, सुरक्षा याचिकाएं, पुलिस सुरक्षा संबंधी कार्यवाही का अनुभव। ◼ नाम परिवर्तन (Name Change Matters)शपथ पत्र, समाचार पत्र विज्ञापन, राज्य एवं केंद्र राजपत्र (Gazette) में प्रकाशन प्रक्रिया का व्यावहारिक अनुभव। दस्तावेजीय त्रुटि सुधार एवं सरकार से वैध संशोधन में दक्षता। ◼ धारा 205 CrPC (स्थायी हाजिरी माफी)अभियुक्त की स्थिति के अनुसार सही आधारों पर स्थायी हाजिरी माफी हेतु आवेदन तैयार करना। कोर्ट को संतुष्ट करने योग्य ठोस कारण और मेडिकल, सामाजिक या व्यावसायिक कारणों का प्रभावी प्रस्तुतीकरण। ◼ चेक बाउंस / उधारी वसूली (Cheque Bounce & Recovery Matters)धारा 138 NI Act के अंतर्गत नोटिस, परिवाद पत्र, साक्ष्य प्रस्तुतीकरण में विशेषज्ञता। उधार/ऋण वसूली से जुड़े सिविल एवं क्रिमिनल दोनों प्रक्रियाओं की समझ। ◼ तलाक / पारिवारिक प्रकरण (Divorce & Matrimonial Disputes)हिंदू विवाह अधिनियम, मुस्लिम पर्सनल लॉ, विशेष विवाह अधिनियम से संबंधित समझ। आपसी सहमति, एकपक्षीय तलाक, भरण-पोषण, बाल संरक्षण जैसे विषयों में संवेदनशीलता के साथ दक्षता। ◼ सिविल व क्रिमिनल प्रकरणों में अनुभवदीवानी वादों (जैसे कि संपत्ति विवाद, निषेधाज्ञा, स्थगन आदेश) में प्रक्रिया की संपूर्ण जानकारी। आपराधिक मामलों में FIR से लेकर अंतिम निर्णय तक सभी स्तरों पर कार्यान्वयन में विशेषज्ञता। 🔹 2. केस प्रबंधन कौशल (Case Management Skills)एक साथ कई क्लाइंट और केस का व्यवस्थित संचालन। केस डायरी, तारीखें, फॉलोअप, कोर्ट आदेश, क्लाइंट संवाद आदि का अपडेटेड रिकॉर्ड रखना। समयबद्ध कार्य निष्पादन की आदत। 🔹 3. क्लाइंट-संवाद और संवेदनशीलता (Client Communication & Empathy)पारिवारिक, आपराधिक या विवाह संबंधी मामलों में क्लाइंट की मानसिक स्थिति को समझते हुए संवाद स्थापित करना। क्लाइंट को उनके अधिकार, संभावनाएं और जोखिम स्पष्ट करना। 🔹 4. तकनीकी साक्षरता (Tech-savviness)ऑनलाइन ई-फाइलिंग, पोर्टल्स जैसे ecourts, e-gazette, RTI filing, CCTNS आदि के प्रयोग में दक्षता। WhatsApp, Email, Video Call जैसे डिजिटल साधनों से संवाद करने की क्षमता। 🔹 5. संवाद एवं प्रस्तुतीकरण (Oral & Written Advocacy)प्रभावशाली बहस (Argumentation) और सटीक ड्राफ्टिंग में निपुणता। कोर्ट में आत्मविश्वासपूर्ण प्रस्तुति, जिसमें कानून के साथ-साथ मानवीय दृष्टिकोण भी झलके। 🔹 6. टीम कार्य व एलएसओ नीति के प्रति प्रतिबद्धता (Teamwork & Alignment with LSO Legal Values)संस्था की मिशन “हर नागरिक को न्याय दिलाना” के साथ पूर्ण प्रतिबद्धता। संस्था के निर्देशों, SOPs, व व्यावसायिक अनुशासन का पालन। अन्य अधिवक्ताओं, रिसर्च टीम, क्लाइंट केयर टीम के साथ सहयोगात्मक कार्यशैली। 🔹 7. व्यावसायिक नैतिकता (Professional Ethics)क्लाइंट के गोपनीयता का सम्मान। न्यायालय और समाज के प्रति उत्तरदायित्व की भावना। 🔹 8. विकासशील दृष्टिकोण (Growth-Oriented Mindset)नए कानूनों, निर्णयों व पद्धतियों को सीखने का उत्साह। LSO के माध्यम से अपने कानूनी करियर का सतत विस्तार करने की इच्छा।
मुख्य उत्तरदायित्व (Key Responsibilities): सभी केसों का डेटा प्रबंधन करना। क्लाइंट की जानकारी एकत्र करना, दस्तावेज़ों की जाँच और वैधता सुनिश्चित करना। वकीलों से समन्वय कर आवेदन तैयार करवाना और न्यायालय में समय पर प्रस्तुत करवाना। क्लाइंट्स को प्रक्रिया, तारीख़, फीस, लाभ आदि की पूरी जानकारी देना। कोर्ट से प्राप्त आदेश की क्लाइंट तक रिपोर्टिंग करना। केस की प्रत्येक पेशी की स्थिति अपडेट रखना और सिस्टम में रिकॉर्ड बनाए रखना। CRM और कंपनी के सॉफ़्टवेयर पोर्टल पर केस अपडेट और डाटा एंट्री करना। क्लाइंट से कॉल / ईमेल / वॉट्सएप के माध्यम से संवाद बनाए रखना। किसी भी आपात स्थिति में अधिवक्ताओं को रियल टाइम जानकारी देना। वकीलों, क्लाइंट्स और प्रबंधकों के बीच समन्वय करना। 🎓 योग्यता (Eligibility Criteria): शैक्षणिक योग्यता: न्यूनतम स्नातक (B.A./B.Com./LLB/या समकक्ष) LLB / लॉ डिप्लोमा धारकों को वरीयता दी जाएगी तकनीकी दक्षता: कंप्यूटर का सामान्य ज्ञान (MS Office, PDF Tools) CRM / Data Entry / Google Forms आदि में कार्य अनुभव मोबाइल और व्हाट्सएप आधारित कार्यप्रणाली का ज्ञान अनुभव: न्यूनतम 1 वर्ष का अनुभव किसी विधिक संस्था/एडवोकेट ऑफिस/बैकेंड प्रोसेस में कार्य करने का न्यायालयी प्रक्रिया, केस फाइलिंग और अधिवक्ताओं के साथ समन्वय का अनुभव वांछनीय 📞 संचार कौशल (Communication Skills): हिंदी में स्पष्ट, व्यावसायिक और विनम्र वार्तालाप बेसिक अंग्रेजी पढ़ने और समझने की क्षमता क्लाइंट हैंडलिंग में धैर्य और कुशल संवाद शैली 💼 अन्य अपेक्षित योग्यताएं: कार्य के प्रति समर्पण, गोपनीयता बनाए रखने की योग्यता तनावपूर्ण स्थिति में कार्य करने की क्षमता टीमवर्क और रिपोर्टिंग की आदत अदालत/वकील/क्लाइंट के बीच सटीक मध्यस्थ के रूप में कार्य करने की योग्यता ⏱ कार्य समय: प्रत्येक कार्य दिवस, सुबह 10:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक (आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त समय) 💰 वेतनमान: ₹8,000 – ₹15,000 (अनुभव और दक्षता के अनुसार) + बोनस + इन्सेन्टिव्स 📍 कार्यक्षेत्र: LSO Legal का कार्यालय एवं ज़रूरत पड़ने पर न्यायालयीय उपस्थितियाँ (ड्राफ्टिंग/फाइलिंग हेतु) 📑 चयन प्रक्रिया: रिज्यूम स्क्रीनिंग वॉक-इन एक सप्ताह की ट्रायल ट्रेनिंग (अनिवार्य)